subdoamin कैसे बनाते है -और इसके फायदे क्या हैं . दोस्तों एक बार फिर से पयागा डॉट कॉम में आपका स्वागत हैं आज का विषय हैं subdomain कैसे बनाये और इसके फायदे क्या हैं.सब्डोमैन बनाने के लिए सबसे पहले आपके पास एक domain होना चाहिए और ऐसी होस्टिंग सर्विस जो आपको subdoamin बनाने की परमिशन देती हो , ,hosting बाय करने से पहले सर्च कर ले.अब आपके पास ये दोनों चीजे हैं तो आप बहुत आसानी से सब्डोमैन बना सकता हैं .
सब्डोमैन के फायदे -गर आपका ब्लॉग हिंदी में तो आप के ब्लॉग पर हिंदी रीडर ही आ सकते हैं ,अगर आप इंग्लिश में भी ब्लॉग लिखना कहते हैं तो उसके लिए अलग से डोमेन खरीदने की बजाए एक subdomain क्रिएट कर लो . आप wikipedia की वेबसाइट को देखो उन्होंने हर एक भाषा में subdoamin त्यार किये हैं .
https://hi.wikipedia.org
https://en.wikipedia.org
https://SR.wikipedia.org
https://war.wikipedia.org .
इस से रीडर को आसानी हो जाती हैं .अगर एक ही ब्लॉग में या वेबसाइट में इंग्लिश और हिंदी दोनों को मिक्स कर दिया जाये तो रीडर कंफ्यूज हो सकते हैं जिससे आपके ब्लॉग पर bad इफ़ेक्ट पड़ता हैं .
2---यदि आप एक forum साइट बनाना चाहते हैं तो .भी आप subdoamin से बना सकते हैं .
forum .example .com ,इसके इलावा अगर आप job से रिलेटेड या event blog भी बना सकते हैं subdomain की हेल्प से. इसके और बहुत सरे फायदे हैं जो आपको समय आने पर खुद पता चल जाते हैं
subdoamin कैसे बनाते हैं -- सबसे पहले आप अपनी होस्टिंग के c-panel में लॉगिन करे ,इसके बाद जो पेज ओपन होगा उसको स्क्रॉल करते हुए domain को सर्च करे डोमेन सेक्शन में ही आपको सब्डोमैन का ऑप्शन मिल जायेगा , उस पर क्लिक कर लें ,subdoamin को क्लिक करने के बाद आपके सामबे एक फॉर्म पेज ओपन होगा ,उसको फिल कर लें .
1- आपको यहाँ वो वर्ड लिखना हो जो आप अपने डोमेन के साथ लगाना चाहते हैं. अगर आप फोरम बनाना चाहते हैं तो फोरम लिख दे .अगर जॉब से रिलेटेड साइट बनाना चाहते हैं तो जॉब लिख दे .
2.यहाँ वही डोमेन सेलेक्ट करें जिसके साथ आप एक्सटेंशन लगाना चाहते हैं .
3. यहाँ आपको कुछ नहीं करना हैं ,इसको ऐसे ही रहने दे इसको बदलने की गलती न करें.
4. अब आपको create पर क्लिक कर देना हैं , ग्रेट अब आपका सब्डोमैन त्यार हो चूका हैं.
अब इस सब्डोमैन में आप एक नयी वेबसाइट बना सकते हो , ब्लॉग बना सकते हो ,वर्डप्रेस इनस्टॉल कर सकते हो,
सब्डोमैन के फायदे -गर आपका ब्लॉग हिंदी में तो आप के ब्लॉग पर हिंदी रीडर ही आ सकते हैं ,अगर आप इंग्लिश में भी ब्लॉग लिखना कहते हैं तो उसके लिए अलग से डोमेन खरीदने की बजाए एक subdomain क्रिएट कर लो . आप wikipedia की वेबसाइट को देखो उन्होंने हर एक भाषा में subdoamin त्यार किये हैं .
https://hi.wikipedia.org
https://en.wikipedia.org
https://SR.wikipedia.org
https://war.wikipedia.org .
इस से रीडर को आसानी हो जाती हैं .अगर एक ही ब्लॉग में या वेबसाइट में इंग्लिश और हिंदी दोनों को मिक्स कर दिया जाये तो रीडर कंफ्यूज हो सकते हैं जिससे आपके ब्लॉग पर bad इफ़ेक्ट पड़ता हैं .
2---यदि आप एक forum साइट बनाना चाहते हैं तो .भी आप subdoamin से बना सकते हैं .
forum .example .com ,इसके इलावा अगर आप job से रिलेटेड या event blog भी बना सकते हैं subdomain की हेल्प से. इसके और बहुत सरे फायदे हैं जो आपको समय आने पर खुद पता चल जाते हैं
subdoamin कैसे बनाते हैं -- सबसे पहले आप अपनी होस्टिंग के c-panel में लॉगिन करे ,इसके बाद जो पेज ओपन होगा उसको स्क्रॉल करते हुए domain को सर्च करे डोमेन सेक्शन में ही आपको सब्डोमैन का ऑप्शन मिल जायेगा , उस पर क्लिक कर लें ,subdoamin को क्लिक करने के बाद आपके सामबे एक फॉर्म पेज ओपन होगा ,उसको फिल कर लें .
1- आपको यहाँ वो वर्ड लिखना हो जो आप अपने डोमेन के साथ लगाना चाहते हैं. अगर आप फोरम बनाना चाहते हैं तो फोरम लिख दे .अगर जॉब से रिलेटेड साइट बनाना चाहते हैं तो जॉब लिख दे .
2.यहाँ वही डोमेन सेलेक्ट करें जिसके साथ आप एक्सटेंशन लगाना चाहते हैं .
3. यहाँ आपको कुछ नहीं करना हैं ,इसको ऐसे ही रहने दे इसको बदलने की गलती न करें.
4. अब आपको create पर क्लिक कर देना हैं , ग्रेट अब आपका सब्डोमैन त्यार हो चूका हैं.
अब इस सब्डोमैन में आप एक नयी वेबसाइट बना सकते हो , ब्लॉग बना सकते हो ,वर्डप्रेस इनस्टॉल कर सकते हो,
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