कामदेव चूर्ण मरदाना कमजोरी के लिए राम बाण औषधि है , गर्म खाद्य पदार्थो का सेवन अधिक करने या अश्लील दृश्य देखने से वीर्य पतला हो जाता है ,जिससे स्वपनदोष शीघ्रपतन ,नपुंसकता आदि रोग अपनी जड़े जमाने लगते है .इन सब रोगो से छुटकारा पाने के लिए कामदेव चूर्ण उत्तम औषधि है .
काम देव चूर्ण कैसे बनाते है :-
कोंच के बीज 10 ग्राम
सफ़ेद मूसली 20 ग्राम
ताल मखाना 40 ग्राम
मखाने की थुडी 40 ग्राम
मिश्री 50 ग्राम
सब औषधिओ को बारीक पीस कर चूर्ण बनावे और प्लास्टिक की डिब्बी में डाल का रख लें,
सेवन विधि :-
दो या तीन ग्राम सुबह शाम गाय के दूध के साथ भोजा के एक घंटा बाद सेवन करना चाहिए
काम देव चूर्ण कैसे बनाते है :-
कोंच के बीज 10 ग्राम
सफ़ेद मूसली 20 ग्राम
ताल मखाना 40 ग्राम
मखाने की थुडी 40 ग्राम
मिश्री 50 ग्राम
सब औषधिओ को बारीक पीस कर चूर्ण बनावे और प्लास्टिक की डिब्बी में डाल का रख लें,
सेवन विधि :-
दो या तीन ग्राम सुबह शाम गाय के दूध के साथ भोजा के एक घंटा बाद सेवन करना चाहिए
कामदेव चूर्ण के फायदे :-
कामदेव चूर्ण के सेवन से वीर्य (धातु) मक्खन की तरह गाढ़ा हो जाता है ,
अगर वीर्य पानी की तरह पतला हो गया है तो कामदेव चूर्ण का सेवन तीन महीने तक करें
शीघ्रपतन रोग का मुख कारन धातु का पतलापण है , इस चुइरन के सेवन से धातु में शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है वीर्य पौष्टिक हो जाता है .
अगर आप लम्बी उम्र तक जवानी का आनंद मनाना चाहते है तो इस चूर्ण का सेवन ४० दिनों तक करें
उत्तेजना में कमी होने पर जीवन बेकार सा लगने लगता है जीवन में सुखी रहना चाहते है या शादी शुदा जिंदगी में सफल रहना चाहते है तो कामदेव चूर्ण कर सेवन करने से निराश से निराश वियक्ति के जीवन में भी आनंद आ जाता है .
जो पुरुष हस्तमैथुन आदि अप्राकृतिक तरीके से वीर्य नाश करते है शादी के बाद वो अपनी पत्नी को खुश रखने में असमर्थ हो जाते है ऐसे पुरुषों के लिए काम देव चूर्ण राम बन औषधि है .
tips :-
इसके इलावा काम देव चूर्ण के सेवन से शरीर बलवान और सुदृढ़ बन जाता है , मन में अलग तरह का उत्साह आ जाता है . वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है ,वीर्य गाढ़ा और सफ़ेद हो जाता है . शीघ्रपतन - नामर्दी , स्वपनदोष आदि रोगों का सफाया जो जाता है .
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