खदिरारिष्ट का प्रयोग हर प्रकार के त्वचा रोगों के इलाज के लिए किया जाता है ,इसके सेवन से रक्त शुद्ध हो जाता है और त्वचा रोग के कारक जीवणों को ख़तम कर शरीर से बाहर निकल जाते हैं .इसके सेवन से त्वचा पर होने बाले कई प्रकार के रोग जैसे की लाल काले चकते ,रक्तविकार , एग्जिमा सोराइसिस ,इसके अतिरिक्त अगर त्वचा को खुजलाने पर पानी निकले ,त्वचा पर छाले पड़ जाना और पपड़ी जम जाना को भी ठीक करता है
खदिरारिष्ट द्रव्य khadirarisht ingredients
- खैर सार 1.900 किलो
- बाबची - 570 ग्राम
- दारू हल्दी 930 ग्राम
- हरड़ 960 ग्राम
- बहेड़ा 960 ग्राम
- आमला 960 ग्राम
- चीनी 9.500 किलो
- कंकोल 50 ग्राम
- नागकेसर 50 ग्राम
- जायफल 50 ग्राम
- लॉन्ग 50 ग्राम
- बड़ी इलाची 50 ग्राम
- दालचीनी 50 ग्राम
- तेजपात 50 ग्राम
- पीपल 200 ग्राम
खदिरारिष्ट के उपयोग और फायदे khadirarisht benefits in hindi
- यह औषधि लिवर को स्वस्थ करने में उत्तम औषधि है .
- इस औषधि में कब्ज नाशक और पाचनक्रिया को स्वस्थ करने वाले गुण पाए जाते हैं,
- यह त्रिदोष अर्थात कफ दोष एवं वायु दोष नाशक औषधि है .
- इस औषधि का सेवन करने से पांडु रोग नष्ट हो जाता है .
- इस औषधि का सेवन करने से पेट के कीड़े ,त्वचा के कीड़े नष्ट हो जाते हैं.
- खदिरारिष्ट त्वचा एवं रक्त विकारों को दूर करने की सबसे उत्तम आयुर्वेदिक औषधि है
- खदिरारिष्ट में कृमि नाशक, जीवाणु और विषाक्त कणो को ख़तम करने के गुण भी पाए जाते हैं .
- खदिरारिष्ट शरीर को डेटोक्सीफाय करती है , इसके सेवन से शरीर से विषैले पदार्थ भर निकल जाते है .
- खदिरारिष्ट ट्राइग्लिसराइड को कम कर के एचडीएल को ठीक करती है.
- खदिरारिष्ट के सेवन करने से दाद, खाज, खुजली, त्वचा पर लाल और काले रंग के चकत्ते को ठीक करता है .
- खदिरारिष्ट से घाव होना, सूजन, गंडमाला, कुष्ठ रोग, सफेद दाग, फुलबरी आदि रोगों में फायदा होता है .
खदिरारिष्ट सेवन विधि
- 10 ml से 20 ml
- बराबर पानी मिलाकर
- दिन में दोबार सुबहा और शाम
- भोजन के एक घंटा बाद
final words:-
खदिरारिष्ट के सेवन से हर प्रकार की त्वचा सम्बन्धी विकार ठीक हो जातें है .परन्तु अगर आप खदिरारिष्ट का सेवन करना चाहते है तो इसके लिए आपको किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिए .
एक टिप्पणी भेजें
एक टिप्पणी भेजें